Annual Examination - 2018
Class: Higher Secondary 1st Year
Subject: Advance Hindi
Full Marks: 100
Time: 3 Hours
(The figures in the margin indicate full marks for the questions.)
1. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर पूर्ण वाक्य में दीजिए: (1×12=12)
i) कबीरदास कौन हैं?
ii) जसोदा अपने बेटे के किस अंग को देखकर फूलती है?
iii) जसोदा के बेटे के मुँह में क्या देखकर नंद-रानियाँ चकित हो गईं?
iv) याचकता के संबंध में रहीम ने क्या कहा है?
v) “अवतरित हुआ मैं, आप उच्च फल जैसा।” यहाँ 'मैं' कौन है?
vi) 'बादल-राग' शीर्षक कविता के कवि कौन हैं?
vii) कवि ने 'आत्मा का अपमान' कहाँ होते हुए देखा है?
viii) राखी किसके हाथ में बाँधी जाती है?
ix) “लोगों को यदि इस घटना का पता लग गया, तो वे किसी गरीब पर विश्वास न करेंगे।” यह किसका कथन है?
x) 'उसने कहा था' शीर्षक कहानी किस प्रकार की है?
xi) आलोक मेहता कौन हैं?
xii) स्वराज्य आंदोलन के नायक के रूप में जनता किसको जानती थी?
2. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए: (2×12=24)
(A) खण्ड-क (उत्तर दें: किन्हीं आठ प्रश्नों के) (2×8=16)
i) “भ्रमत अनेक जन्म गया” – यहाँ कवि कबीरदास क्या कहना चाहते हैं?
ii) जसुमति (जसोदा) के मन की अभिलाषा क्या है?
iii) “पबि पाहन हू है? तें कठोर हियो है।” यहाँ 'कठोर हियो' कहने का तात्पर्य क्या है?
iv) 'कवितावली' के आधार पर ग्रामबधुओं की कोई दो विशेषताएँ लिखिए।
v) कवि रहीम ने 'छोटे नरन' की क्या विशेषताएँ बताई हैं?
vi) रहीम के अनुसार बड़े लोग कौन हैं?
vii) कवि सूरदास ने कृष्ण की बाल-लीला को अद्भुत क्यों कहा है?
viii) 'सम्पति-संचहि' – इसका तात्पर्य क्या है?
ix) कबीरदास ने राम को 'सरीखा साहिब भाई' क्यों कहा है?
x) राम के सौन्दर्य का एक शब्द-चित्र पठित कविता के आधार पर प्रस्तुत कीजिए।
xi) "ब्रज-लोग सुनत धुनि, जो जहँ-तहँ सब अतिहिं डरै।” यहाँ ‘अतिहिं डरै' का क्या तात्पर्य है?
xii) “सो क्यूँ न करै जन की प्रतिपारा।” कवि के मन में राम पर (के प्रति) विश्वास का क्या आधार है?
(B) खण्ड-ख (उत्तर दें: किन्हीं चार प्रश्नों के) (2×4=8)
i) “सबकी सुविधा का भार किन्तु शासन को”—यहाँ 'सुविधा' शब्द का तात्पर्य स्पष्ट कीजिए।
ii) “सन्देश यहाँ मैं इस भूतल को ही स्वर्ग बनाने आया।” – इसमें कवि क्या कहना चाहते हैं? स्पष्ट कीजिए।
iii) कवि 'निराला' ने किसानों को 'विप्लव के वीर' क्यों कहा है?
iv) कवि ने ताज को युग-युग के मृत आदर्श क्यों कहा है?
v) 'मृत्यु का अपार्थिव पूजन' कहने के पीछे कवि का क्या संदेश निहित है?
vi) “छीनी हुई माँ की स्वाधीनता को वह जालिम के घर में से लाने गया है।” – यहाँ 'जालिम' कौन है और कैसे है? स्पष्ट कीजिए।
vii) “चुनौती यह राखी की है आज तुमको” – यहाँ चित्रित राखी की चुनौती / चुनौतियों को रेखांकित कीजिए।
3. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए: (4×4=16)
i) 'ताज' कविता के भावार्थ को अपने शब्दों में लिखिए।
अथवा
धरती को स्वर्ग बनाने के निर्देशित उपायों को पठित कविता के आधार पर स्पष्ट कीजिए।
ii) “कवि 'बादल-राग' के माध्यम से क्रांति का संदेश देना चाहते हैं।” स्पष्ट कीजिए।
अथवा
राखी (अथवा रक्षाबंधन) के प्रतीकार्थ को स्पष्ट कीजिए।
iii) लहनासिंह को युद्धभूमि में झूठ क्यों बोलना पड़ता है?
अथवा
लहनासिंह ने अपने वचन का पालन कैसे किया था?
iv) बूढ़ी जानकी (लाल की माँ) के देश-प्रेम को रेखांकित कीजिए।
अथवा
लड़कों ने माँ से अपनी फाँसी की सजा की बात क्यों छिपाई थी?
4. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए: (4×4=16)
i) बाबा भारती और खड्ग सिंह दोनों क्यों रोते थे?
अथवा
डाकू खड्ग सिंह के मन में परिवर्तन क्यों आया था?
ii) कर्म-भावना से उत्पन्न उत्साह का परिचय दीजिए।
अथवा
उत्साह को परिभाषित करते हुए युद्ध-वीर, दान-वीर और दया-वीर का परिचय दीजिए।
iii) राम-नाम से संबंधित गाँधी और कबीर के विचारों को स्पष्ट कीजिए।
अथवा
'अछूत, अछूत नहीं है; उन्हें अछूत मानकर हम स्वयं अछूत बन रहे हैं।' इसका आशय स्पष्ट कीजिए।
iv) अरुणाचल की किसी एक जाति का परिचय दीजिए।
अथवा
अरुणाचल के आदिवासियों की वैवाहिक रीति-नीतियों पर सम्यक् प्रकाश डालिए।
5. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए: (6×3=18)
i) 'उसने कहा था' शीर्षक कहानी के उद्देश्य को अपने शब्दों में लिखिए।
अथवा
'हार की जीत' कहानी की किन्हीं छः प्रमुख विशेषताओं को रेखांकित कीजिए।
ii) दिल्ली की शान बढ़ाने वाले प्रमुख भारतीय राजवंशों पर प्रकाश डालिए।
अथवा
दिल्ली को जख्मी करने वाले लोगों का परिचय दीजिए। ('दिल्ली की आपबीती' लेख के आधार पर)
iii) भक्ति साहित्य की कोई छः विशेषताएँ लिखिए।
अथवा
कवि कबीरदास का साहित्यिक परिचय दीजिए।
iv) भारतेन्दु को आधुनिक खड़ीबोली का जन्मदाता क्यों कहा जाता है?
अथवा
छायावाद की कोई छः विशेषताएँ लिखिए।
v) निम्नलिखित में से किन्हीं दो पर टिप्पणियाँ लिखिए: (4×2=8)
कवि जायसी
मीराँबाई
मैथिलीशरण गुप्त
महावीर प्रसाद द्विवेदी
-000000-